चट्टान (rock) :-
पृथ्वी की क्रस्ट में मिलने वाली सभी प्रकार के मुलायम और कठोर पदार्थ चट्टानें कहलाती है इनका निर्माण विभिन्न प्रकार के खनिजों के मिश्रण से होता है चट्टान के निर्माण में पाए जाने वाले 8 प्रमुख तत्व O, Si, Al, Fe, Ca, Na, K एवं Mg है। क्रस्ट में खनिजों की संख्या 2000 से भी अधिक है। किंतु 24 खनिजों से ही चट्टान का निर्माण होता है। इनमें भी मात्र 6 खनिज प्रधान रूप से चट्टान में पाए जाते हैं। जिनका नाम फेल्सपार, क्वार्ट्ज, पैरॉक्सिन्स, एम्फिबोल्स, अभ्रक तथा ओलीविन है।
चट्टानों का वर्गीकरण (classification of rocks):-
अवसादी चट्टान
रूपांतरित चट्टान
1) आग्नेय चट्टान (igneous rock) :-
आग्नेय चट्टान का निर्माण भूपर्पटी के नीचे उपस्थित तप्त एवं तरल मैग्मा के ठंडा होने से होता है आग्नेय चट्टान रवेदार होता है। इसे प्राथमिक चट्टान भी कहते हैं। पृथ्वी की उत्पत्ति के पश्चात सर्वप्रथम आग्नेय चट्टान का निर्माण हुआ इस चट्टान में परत नहीं पाए जाते हैं। पृथ्वी के क्रस्ट का 90% हिस्सा आग्नेय चट्टान से बना है ।
आग्नेय चट्टान को मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है ।
(क) अंतर्जात या अंतर्निर्मित आग्नेय चट्टान -
ज्वालामुखी उद्गार के समय जब मैग्मा ऊपर अर्थात धरातल पर नहीं पहुंचता है और वह धरातल के नीचे ही ठंडा होकर ठोस रूप धारण कर लेती है तो उसे अंतर्निर्मित आग्नेय चट्टान कहते हैं।
अंतःनिर्मित अग्नेय चट्टान के दो उपभाग है।
(a) पतलीए अंतर्जात आग्नेय चट्टान - इसका निर्माण पृथ्वी के अत्यंत गहराई पर होता है जिसका मैग्मा धीमे-धीमे ठंडा होता है। उदाहरण के लिए ग्रेनाइट चट्टान ।
(b) मध्यवर्ती अंतर्जात आग्नेय चट्टान - ज्वालामुखी उद्गार के समय धरातलीय अवरोध के कारण मैग्मा छोटे-छोटे चित्र एवं दरारों में जाकर ठोस रूप में परिवर्तित हो जाती है तो इसे मध्यवर्ती अंतर्गत चट्टान कहते हैं इसका उदाहरण डोलेमाइट और मैग्नेटाइट इत्यादि चट्टान है।
(ख) बाह्य आग्नेय चट्टान -
ज्वालामुखी उद्गार के समय तप्त एवं तरल मैग्मा पृथ्वी के धरातल के भाग पर आकर ठंडा होकर ठोस रूप में परिवर्तित हो जाता है तो उसे बाह्य आग्नेय चट्टान कहते हैं। इसके प्रमुख उदाहरण बेसाल्ट है। इस चट्टान के क्षरण से काली मिट्टी का निर्माण होता है। इसे ज्वालामुखी चट्टान भी कहते हैं।
(2) अवसादी चट्टान (sedimentary rock):-
पृथ्वी तल पर आग्नेय एवं रूपांतरित चट्टान के अपरदन से निर्मित चट्टान को अवसादी चट्टान कहते हैं। इन चट्टानों में परत का निर्माण होने के कारण इसे परतदार चट्टान भी कहते हैं। संपूर्ण क्रस्ट पर लगभग 75% भाग पर अवसादी चट्टान विस्तृत है। परंतु क्रस्ट के निर्माण में इसका योगदान मात्र 5% है।
(3) रूपांतरित चट्टान (metamorphic rock) :-
ताप और दबाव के कारण अग्नेय और अवसादी चट्टान का स्वरूप में परिवर्तन या रूपांतरण को रूपांतरित चट्टान कहते हैं। यह चट्टान सर्वाधिक कठोर एवं जीवाश्म रहित होता है।
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