Upsc syllabus in hindi (यूपीएससी परीक्षा पाठ्यक्रम हिंदी में)
प्रारंभिक परीक्षा के लिये सामान्य अध्ययन (General Studies for Preliminary Examination)
प्रारंभिक परीक्षा क्या है? (What is Preliminary Examination?) सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में संपन्न होती है, जिसका पहला चरण 'प्रारंभिक परीक्षा' कहलाता है। प्रारंभिक में पूछे गए प्रश्न वस्तुनिष्ठ होते है।
प्रारंभिक परीक्षा में प्रतिवर्ष लगभग 10 लाख उम्मीदवार आवेदन करते हैं, उनमें से लगभग 5 से 6 लाख परीक्षा में बैठते हैं तथा लगभग 12-13 हजार ही सफल होते हैं। इस परीक्षा में कितने उम्मीदवार सफल होंगे, यह इस आधार पर तय होता है कि उस वर्ष कुल कितनी रिक्तियाँ (Vacancies) भरी जानी हैं। आमतौर पर रिक्तियों की कुल संख्या के 12-13 गुना उम्मीदवारों को सफल घोषित किया जाता है। आजकल हर वर्ष 800-1100 के आस-पास रिक्तियाँ घोषित की जाती हैं, इसलिये लगभग 12-13 हजार उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा में सफलता प्राप्त होती है। सफल होने वाले इन उम्मीदवारों को परीक्षा के दूसरे चरण अर्थात् मुख्य परीक्षा के लिये आमंत्रित किया जाता है।
प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते है । - पहला पेपर 'सामान्य अध्ययन' का है, जबकि दूसरे को 'सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षण' (Civil Services Aptitude Test) या 'सीसैट' के क्वालीफाइंग होते है।
दोनों प्रश्नपत्र 200-200 अंक के होते हैं, अतः परीक्षा कुल 400 अंकों की होती है। पहले प्रश्नपत्र (सामान्य) अध्ययन) में 2-2 अंकों के 100 प्रश्न होते हैं जबकि दूसरे प्रश्नपत्र (सीसैट) में 2.5-2.5 अंकों के 80 प्रश्न दोनों प्रश्नपत्रों में प्रत्येक प्रश्न के साथ 4 - 4 विकल्प दिये जाते हैं जिनमें से उम्मीदवार को सही उत्तर का चयन करना होता है। दोनों प्रश्नपत्रों में 'ऋणात्मक अंकन' (Negative Marking) की व्यवस्था लागू है जिसके तहत 3 उत्तर गलत होने पर 1 सही उत्तर के बराबर अंक काट लिये जाते हैं। इस नियम के अंतर्गत सामान्य अध्ययन में एक सही उत्तर के लिये 2 अंक दिये जाते हैं जबकि एक गलत उत्तर के लिये 0.67 अंक काट लिये जाते हैं। इसी तरह, सीसैट में एक सही उत्तर के लिये 2.5 अंक दिये जाते हैं जबकि एक गलत उत्तर पर 0.83 अंक का नुकसान होता है।
प्रारंभिक परीक्षा में cut off -
आयु सीमा (age limit)
General - 21 से 32 वर्ष
OBC - 21 से 32वर्ष
SC - 21 से 37 वर्ष
ST - 21 से 37 वर्ष।
सामान्य अध्ययन (प्रारंभिक परीक्षा) का पाठ्यक्रम
Syllabus of General Studies (Preliminary Examination)प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र 1 का संबंध सामान्य अध्ययन से है। इसका पाठ्यक्रम निम्नलिखित है-
1. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ ।
2. भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
3. भारत एवं विश्व का भूगोल भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल ।
4. भारतीय राज्यतंत्र और शासन- संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे आदि।
5 आर्थिक और सामाजिक विकास - सतत विकास, गरीबी, समावेशन ।
6. पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिये विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है।
7. सामान्य विज्ञान (General Science) ।
प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र 2 का संबंध सीसैट से है। इसका पाठ्यक्रम निम्नलिखित है-
1.बोधगम्यता (Comprehension)
2. संचार कौशल सहित अंतर्वैयक्तिक कौशल
3. तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
4. निर्णय लेना और समस्या समाधान
5. सामान्य मानसिक योग्यता (General Mental Ability)
6. आधारभूत संख्ययन (संख्याएँ और उनके संबंध, विस्तार- क्रम आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर ) ; आँकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आँकड़ों की पर्याप्तता आदि ।
" मुख्य परीक्षा
मुख्य परीक्षा क्या है? (What is Main Examination ?)
सिविल सेवा परीक्षा का दूसरा चरण 'मुख्य परीक्षा' कहलाता है। प्रारंभिक परीक्षा का उद्देश्य सिर्फ इतना है कि सभी उम्मीदवारों में से कुछ गंभीर व योग्य उम्मीदवारों को चुन लिया जाए तथा वास्तविक परीक्षा उन चुने हुए उम्मीदवारों के बीच आयोजित कराई जाए। प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को सामान्यतः सितंबर माह के दौरान मुख्य परीक्षा देने के लिये आमंत्रित किया जाता है। गौरतलब है कि जहाँ प्रारंभिक परीक्षा पूरी तरह वस्तुनिष्ठ (Objective). होती है. वहीं मुख्य परीक्षा में अलग-अलग शब्द सीमा वाले वर्णनात्मक (Descriptive) प्रश्न पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों में विभिन्न विकल्पों में से उत्तर चुनना नहीं होता बल्कि अपने शब्दों में लिखना होता है। यही कारण है कि मुख्य परीक्षा में सफल होने के लिये अच्छी लेखन शैली को भी एक महत्त्वपूर्ण योग्यता माना जाता है।
मुख्य परीक्षा की संरचना व प्रणाली -
मुख्य परीक्षा कुल 1750 अंकों की होती है जिसमें 1000 अंक सामान्य अध्ययन के लिये (250-250 अंकों के 4 प्रश्नपत्र) 500 अंक एक वैकल्पिक विषय के लिये (250-250 अंकों के 2 प्रश्नपत्र) तथा 250 अंक निबंध के लिये निर्धारित हैं। इसके अलावा, 300-300 अंकों के दो प्रश्नपत्र | अंग्रेजी तथा भारतीय भाषा (हिंदी या कोई अन्य भाषा)] होते हैं, जो क्वालीफाइंग प्रकृति के हैं। भारतीय भाषा में न्यूनतम अर्हता अंक 25% (75) तथा अंग्रेजी में भी न्यूनतम अर्हता अंक 25% (75) निर्धारित किये गए हैं।
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